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शुक्रवार, 26 जून 2020

बृहस्पति का स्वराशि में प्रवेश


30 जून 2020 को बृहस्पति वक्री गति से भ्रमण करते हुए नीच राशि से निकलकर अपनी स्वराशि में प्रवेश करेंगे और वहां 20 नवम्बर 2020 तक रहेंगे।जिसके परिणाम स्वरूप ज्ञान, आध्यात्म और बैंक से संबंधित क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिये शुभ समय का आरंभ होगा। विद्यार्थियों के लिए भी आने वाले 5 माह का समय शुभ होगा।

आइए जानते हैं बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन के कारण सभी राशि-लग्नों वाले जातकों के जीवन मे क्या प्रभाव पड़ेगा।

मेष राशि- मेष लग्न
मेष राशि-मेष लग्न वाले जातकों के भाग्य में अब तक जो रुकावटें आ रही थीं वह दूर होंगी तथा धर्म में रुचि बढ़ेगी, एवं देश में ही यात्राओं के योग बनेंगे।

वृष राशि-वृष लग्न
वृष राशि-वृष लग्न वाले जिन जातकों के पिता के स्वास्थ्य में समस्याएं चल रही थीं वह ठीक होंगी, ससुराल पक्ष से संबंधों में सुधार होगा तथा जीवन साथी को धन की प्राप्ति के योग बनेंगे।

'मिथुन राशि- मिथुन लग्न'
मिथुन राशि-मिथुन लग्न वाली जिन कन्याओं का विवाह संबंध टूट गया है, वह संबध पुनः वापस आयेगा। स्त्रियों की जन्म कुंडली मे बृहस्पति पति का कारक होता है, ऐसे में उसके स्वराशि में प्रवेश कर लेने से स्त्रियों के वैवाहिक संबंधों में अप्रत्याशित सुधार देखने को मिलेंगे। सभी जातकों को इस पांच महीने पार्टनरशिप तथा सरकारी नौकरी से लाभ मिलेगा।

कर्क राशि-कर्क लग्न
कर्क राशि-कर्क लग्न वाले जातकों के जीवन साथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा, शत्रु पक्ष शांत होंगे तथा कोर्ट केस में विजय प्राप्ति के योग बढ जाएंगे।

सिंह राशि-सिंह लग्न
सिंह राशि-सिंह लग्न के जो छात्र प्रतियोगी प्ररीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, यदि उनकी जन्म कुंडली में भी बृहस्पति पंचम भाव में ही स्थित हुए तो वह आगामी पांच माह तक अपने सभी परीक्षा परिणामों में सफलता प्राप्त करेंगे।

कन्या राशि-कन्या लग्न
कन्या राशि-कन्या लग्न वाले जिन जातकों के भूमि-भवन से संबंधित कार्य रुके हुए थे अब वह पूर्ण होंगे तथा जिनकी माता को शारिरिक कष्ट चल रहे थे उनकी माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
नये वाहन का सुख प्राप्त होगा तथा सेवकों से संबंध मधुर होंगे।

तुला राशि-तुला लग्न
तुला राशि-तुला लग्न वाले जिन एक्सपोर्टरों का विदेश में धन रुका हुआ था अब वह आना आरम्भ हो जायेगा, तथा मित्रों एवं छोटे भाई-बहनों से संबंध मधुर होंगे।

वृश्चिक राशि-वृश्चिक लग्न
वृश्चिक राशि-वृश्चिक लग्न वाले जातकों के लिये गुरु का स्वराशि में प्रवेश अत्यंत शुभ फल दायक है। क्यों कि गुरु इनकी कुण्डली में धनेश होकर धन भाव में गोचर करने के कारण एक तो वैसे ही धन देंगे तथा  धन के कारक होने से इस पांच माह में अत्यधिक धन वर्षा करेंगे एवं संतान प्राप्ति भी करवाएंगे।

धनु राशि-धनु लग्न
धनु राशि-धनु लग्न वाले जातकों को गुरु लग्न में ही आ जाने के कारण से उत्तम स्वास्थ्य, मान-सम्मान, माता, भूमि, वाहन आदि का सुख देंगे।

मकर राशि-मकर लग्न
मकर राशि-मकर लग्न वाले जातकों का चिकित्सा के ऊपर खर्चा बन्द करवाकर देव गुरु बृहस्पति अब धार्मिक अनुष्ठानों एवं शुभ कार्यों में धन खर्च करवाएंगे, तथा कोर्ट केस में विजय प्राप्ति के योग बढ़ जायेंगे।

कुम्भ राशि-कुम्भ लग्न
कुम्भ राशि-कुम्भ लग्न वाले जातकों को देव गुरु बृहस्पति अत्यधिक धन लाभ देंगे तथा इनके चाचा, छोटी बुआ एवं बड़े भाई-बहनों को मान-सम्मान और स्वास्थ्य का लाभ होगा।

मीन राशि- मीन लग्न
मीन राशि-मीन लग्न वाले जातकों को स्वास्थ्य, मान-सम्मान प्राप्त होगा तथा रुके हुये सरकारी कार्य पूर्ण होंगे, तथा इस राशि-लग्न वाले सरकारी अधिकारी व राजनेता अब तक जिन कठिनाइयों का सामना कर रहे थे वह उनसे मुक्त होंगे।

यदि इनमें से किसी की जन्म कुंडली में बृहस्पति अशुभ स्थिति अथवा अत्यधिक प्राप प्रभाव में हैं और उनकी दशा अंतर्दशा भी अशुभ चल रही है तो उन्हें इन सब उत्तम फलों की प्राप्ति नहीं होगी अथवा कम होगी।

परंतु जिन लोगों की जन्म कुंडली में बृहस्पति शुभ स्थानों के स्वामी होकर शुभ स्थिति, शुभ प्रभाव में हैं और उन्होंने  उसका रत्न आदि धारण करके उसे शक्ति प्रदान की हुई है, उनके लिये यह समय अत्यंत शुभ फलप्रद होगा।

'शिवार्पणमस्तु"
-Astrologer Manu Bhargava