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रविवार, 22 अगस्त 2021

बुध का अपनी उच्च राशि 'कन्या' में प्रवेश



26 अगस्त को दिन के 11 बजकर 19 मिनट पर ग्रहों के राजकुमार 'बुध' अपनी मित्र राशि 'सिंह' से अपनी उच्च राशि 'कन्या' में प्रवेश कर जाएंगे और 22 सितम्बर प्रातः 8 बजकर 9 मिनट तक वहीं संचार करेंगे तत्पश्चात अपनी मित्र राशि 'तुला' में चले जायेंगे।

बुध का अपनी उच्च राशि में प्रवेश उन सभी जातकों के लिए अत्यन्त शुभ फल प्रदान करने वाला होगा, जिनकी जन्म-कुंडलियों में बुध शुभ स्थिति में होगा और जिनकी दशा-अन्तर्दशा भी उनकी जन्मकुंडली में स्थित शुभ ग्रहों की ही चल रही होगी।

इस अवधिकाल में बुध 1 से 15 अंश तक होने पर अपनी उच्च राशि का फल , 15 अंश से 20 अंश तक मूलत्रिकोण का फल तथा 20 से 30 अंश तक स्वराशि का फल प्रदान करेगा। अतः इस विषय में किसी को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है ।

उन व्यापारियों, वक्ताओं, बैंक में कार्यरत कर्मचारियों, कंसल्टेंसी देकर धन कमाने वालों, वकीलों, शिक्षकों, अकाउंट्स और प्रकाशन से सम्बंधित कार्य करने वालों तथा लेखकों के लिए यह समय अत्यन्त शुभफल प्रदान करने वाला होगा जिनकी जन्म-कुंडली में बुध ग्रह पहले से ही अच्छी स्थिति में है ।

गले, त्वचा, वाणी, मिर्गी, मस्तिष्क और अस्थमा से सम्बंधित रोगों से ग्रसित रोगियों के लिए यह समय-काल उनके स्वास्थ्य में अत्यन्त लाभ प्रदान करने वाला होगा ।

सभी राशियों-लग्नों वाले जातकों पर बुध के इस राशि परिवर्तन का निम्नलिखित प्रभाव पड़ेगा-

मेष राशि-मेष लग्न
आपके छोटे मामा-मौसी को स्वास्थ्य का लाभ होगा, उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी तथा आपके शत्रु शान्त होंगे।

वृष राशि-वृष लग्न
आपकी संतान को स्वास्थ्य का लाभ होगा तथा आपको अपने इष्ट देवता की कृपा प्राप्ति से अकस्मात् धन लाभ और शेयर मार्केट से धन की प्राप्ति होगी । प्रेम संबंधों में चल रहे विवाद समाप्त होंगे ।

मिथुन राशि-मिथुन लग्न
नया वाहन अथवा कोई प्रॉपर्टी लेने जा रहे हैं तो ले सकते हैं, माता को स्वास्थ्य का लाभ होगा। स्वयं को सुख की प्राप्ति होगी तथा मान-सम्मान में वृद्धि होगी । लंबी दूरी की यात्रा के लिए यह समय शुभ है।

कर्क राशि-कर्क लग्न
आपके छोटे भाई-बहनों को स्वास्थ्य का लाभ होगा तथा उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी । विदेश यात्रा के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।

सिंह राशि-सिंह लग्न
इस राशि-लग्न के जातकों को इस अवधिकाल में अत्यधिक धन लाभ होगा, मधुर वाणी के प्रयोग से सभी कार्य बनेंगें । आपके बड़े भाई-बहनों को स्वास्थ्य तथा धन का लाभ होगा । कुटुम्ब में शांति स्थापित होगी । दाहिने नेत्र के रोगियों को भी लाभ की प्राप्ति होगी ।

कन्या राशि-कन्या लग्न
लग्न में ही बुध के आ जाने से स्वयं को स्वास्थ्य का लाभ तथा मान-सम्मान की वृद्धि होगी। सरकारी नौकरी के योग बनेंगे। जो पहले से ही सरकारी कर्मचारी हैं उनको प्रमोशन के योग बनेंगे । आपकी ताई अथवा फूफाजी में से किसी का स्वास्थ्य खराब चल रहा होगा तो उनको स्वास्थ्य का लाभ होगा। यदि आपका बुध आपकी जन्म-कुंडली में वर्गोत्तम हुआ और आपकी राशि तथा लग्न दोनों ही 'कन्या' हुए तो इस समय आप साक्षात् काल के मुख से भी बाहर निकल आयेंगे अर्थात् काल भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा ।

तुला राशि-तुला लग्न
बाएं नेत्र रोगियों को लाभ होगा, शुभ कार्यों में धन का खर्चा होगा, बड़े भाई-बहनों, चाचा तथा छोटी बुआ को धन की प्राप्ति होगी तथा दादी के स्वास्थ्य में सुधार होगा ।

वृश्चिक राशि-वृश्चिक लग्न
बड़े भाई-बहनों, चाचा तथा छोटी बुआ को स्वास्थ्य का लाभ होगा तथा उनके मान सम्मान में वृद्धि होगी। यदि किसी जातक की माता मरणासन्न अवस्था में हुईं तो चमत्कारिक रूप से वह ठीक होने लगेंगी।

धनु राशि-धनु लग्न
आपके जीवन साथी को सुख की प्राप्ति होगी तथा आपके सभी सरकारी कार्य बनेंगे । आपको सरकारी नौकरी की प्राप्ति के योग बनेंगे तथा जो लोग राजनीति में सक्रिय हैं उनको अपनी पार्टी में उच्च पद की प्राप्ति होगी।

मकर राशि-मकर लग्न
आपके पिता को स्वास्थ्य तथा मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। आपके भाग्य में जो रुकावटें आ रही थीं वह अब दूर होंगी । देश में ही यात्राओं के योग बनेंगे । यदि जन्मकुंडली में देव गुरु बृहस्पति भी शुभ स्थिति में हुए तो इस अवधि काल में आपके धार्मिक कार्य सम्पन्न होंगे।

कुम्भ राशि-कुम्भ लग्न
आपके जीवनसाथी को धन की प्राप्ति के योग बनेंगे। इस राशि-लग्न के जातक यदि मरणासन्न अवस्था में हुए तो चमत्कारी रूप से उनको स्वास्थ्य का लाभ होगा। आपके बड़े मौसा-बड़ी मामी के भी स्वास्थ्य तथा मान-सम्मान में वृद्धि होगी ।

मीन राशि-मीन लग्न
आपके जीवनसाथी, आपकी बड़ी बुआ तथा ताऊ को स्वास्थ्य लाभ तथा उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी । आपके अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी। आपको अपने व्यापार तथा पार्टनरशिप से लाभ होगा तथा आपकी माता को सुख की प्राप्ति होगी ।

नोट- यहां केवल बुध के गोचर में राशि परिवर्तन से होने वाले शुभाशुभ फल का वर्णन किया गया है, अन्य 8 ग्रहों के गोचर में शुभाशुभ फल का नहीं । अतः अपने-अपने राशि-लग्नों पर केवल बुध की स्थिति का ही विचार करें ।

"शिवार्पणमस्तु"
-Astrologer Manu Bhargava

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