बुध ग्रह 1 अप्रैल 2021 से लेकर 16 अप्रैल 2021 तक अपनी नीच राशि 'मीन' में स्थित रहेंगे, जिसमें वह वहीं पहले से संचार कर रहे 'उच्च के शुक्र' से युति करके कुछ राशियों के लिए नीचभंग राजयोग तो बनाएंगे परंतु अपने से सम्बंधित रोग भी देंगे।
बुध का यह 16 दिनों का अपनी नीच राशि में गोचर जीवों में गले, श्वांस, त्वचा और मस्तिष्क से सम्बंधित रोगों में वृद्धि तथा वाणी से सम्बंधित समस्याएं उत्पन्न करेगा।
अतः जो व्यक्ति पहले से ही इनसे सम्बंधित रोगों से ग्रसित हैं वह अपने चिकित्सकों से परामर्श करके अपनी जांच करवा लें, जिससे समय पर उनको सही उपचार मिल सके।
{बुध के मीन राशि में संचार का 12 लग्नों एवं राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव}
(मेष लग्न-मेष राशि)
आपके लिए बुध का यह गोचर आपके छोटे भाई बहनों के लिए अशुभ रहेगा, आप गले की समस्याओं से ग्रसित हो सकते हैं।
(वृष लग्न-वृष राशि)
बुध का यह गोचर आपको अकस्मात धन लाभ दे सकता है परंतु पेट तथा संतान के लिए शुभ नहीं है, अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें।
(मिथुन लग्न-मिथुन राशि)
यदि संभव हो तो इन 16 दिनों के लिए अपने सरकारी कार्यों को टाल दें तथा भूमि, वाहन का क्रय-विक्रय करने से बचें।
(कर्क लग्न-कर्क राशि)
विदेश यात्रा से बचें तथा पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें ।
(सिंह लग्न-सिंह राशि)
ससुराल पक्ष से विवाद करने की स्थिति से बचें तथा बड़े भाई- बहन के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
(कन्या लग्न-कन्या राशि)
जीवन साथी तथा नौकरी से अकस्मात लाभ हो सकता है परंतु जीवन साथी के स्वास्थ्य के लिए यह समय शुभ नहीं है।
(तुला लग्न-तुला राशि)
पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
(वृश्चिक लग्न-वृश्चिक राशि)
शेयर मार्केट से अकस्मात ही धन की प्राप्ति हो सकती है परंतु अपने उदर तथा संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
(धनु लग्न-धनु राशि)
जीवन साथी से भूमि तथा वाहन की प्राप्ति के योग बनेंगे परंतु माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
(मकर लग्न-मकर राशि)
यद्द्पि इस लग्न-राशि के निर्यातकों को इस अवधि काल में विदेशों में कर्ज देने से बचना चाहिए तथापि उनका विदेशों से भाग्योदय होगा।
(कुम्भ लग्न- कुम्भ राशि)
इस लग्न-राशि के जातकों की संतान को धन लाभ होने की प्रबल संभावना रहेगी परंतु कुटुंब में किसी की मृत्यु का समाचार प्राप्त हो सकता है। इस लग्न-राशि के जातकों को इस 16 दिन की अवधि काल में मुख से सम्बंधित कोई रोग प्रकट हो सकता है।
(मीन लग्न-मीन राशि)
विदेश यात्रा से धन लाभ होगा परंतु स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
विशेष-
जिन जातकों की जन्मकुंडली में बुध शुभ स्थिति में है और उन्होंने किसी 'ज्योतिष और रत्न विशेषज्ञ' के परामर्श से 'पन्ना रत्न' धारण किया हुआ है उनको चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है, उनके लिए बुध का यह गोचर अन्य की अपेक्षाकृत कम समस्याएं लेकर आएगा।
जो जातक अपनी जन्म-कुंडली में बुध की अशुभ स्थिति में होने के कारण पन्ना धारण नहीं कर सकते, वह बुध ग्रह के दान करें, हरे वस्त्रों का प्रयोग न करें तथा श्रीविष्णु सहस्त्रनाम का पाठ एवम गणेश जी की आराधना करें।
"शिवार्पणमस्तु"
-Astrologer Manu Bhargava